योगी आदित्यनाथ सरकार ने नवंबर 2023 में एक महत्वपूर्ण घोषणा की, जिसके तहत उत्तर प्रदेश में दो करोड़ महिलाओं को मुफ्त गैस सिलेंडर प्रदान किए जाएंगे। यह पहल विशेष रूप से होली और दिवाली जैसे त्योहारों के दौरान लागू की जाएगी, जिससे परिवारों को इन खुशियों के अवसरों पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ से राहत मिलेगी।
योजना का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को परंपरागत चूल्हे से मुक्ति दिलाना है। लकड़ी या कोयले के चूल्हे से निकलने वाला धुआं न केवल पर्यावरण के लिए हानिकारक है, बल्कि महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य पर भी गंभीर प्रभाव डालता है। श्वसन संबंधी बीमारियां, आंखों में जलन, और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं इस धुएं के कारण होती हैं। एलपीजी गैस की उपलब्धता से इन स्वास्थ्य जोखिमों में काफी कमी आई है।
योजना का एक अन्य महत्वपूर्ण पहलू है महिलाओं का समय बचाना। परंपरागत ईंधन की व्यवस्था में महिलाओं को लकड़ी इकट्ठा करने में काफी समय व्यतीत करना पड़ता था। गैस कनेक्शन से यह समय बच जाता है, जिसका उपयोग वे अपने व्यक्तिगत विकास, बच्चों की देखभाल या आय अर्जन की गतिविधियों में कर सकती हैं।
इस योजना का लाभ उठाने के लिए कुछ बुनियादी शर्तें हैं। आवेदक को उत्तर प्रदेश का स्थायी निवासी होना चाहिए और प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना का लाभार्थी होना आवश्यक है। साथ ही, आधार कार्ड का बैंक खाते से लिंक होना अनिवार्य है। यह व्यवस्था पारदर्शिता सुनिश्चित करने और योजना का लाभ वास्तविक लाभार्थियों तक पहुंचाने में मदद करती है।
आवेदन प्रक्रिया को सरल और सुगम बनाया गया है। आवेदक pmuy.gov.in वेबसाइट से फॉर्म डाउनलोड कर सकते हैं। आवश्यक दस्तावेजों में आधार कार्ड, बैंक पासबुक, गैस कनेक्शन की प्रति, और फैमिली आईडी शामिल हैं। 17 अंकों की एलपीजी आईडी भी आवश्यक है। सभी दस्तावेजों के साथ पूर्ण भरा हुआ फॉर्म नजदीकी गैस एजेंसी में जमा करना होता है।
ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया भी उपलब्ध है, जिसमें आवेदक वेबसाइट पर जाकर “न्यू रजिस्ट्रेशन” या “न्यू एप्लीकेशन” के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं। व्यक्तिगत जानकारी भरने और आवश्यक दस्तावेज अपलोड करने के बाद, आवेदन का प्रिंटआउट लेकर गैस एजेंसी में जमा करना होता है। सामान्यतः 15 दिनों के भीतर मुफ्त गैस कनेक्शन उपलब्ध करा दिया जाता है।
महिला दिवस पर गैस सिलेंडर की कीमत में ₹100 की कटौती ने इस योजना को और अधिक आकर्षक बना दिया है। यह कदम महंगाई से जूझ रहे परिवारों के लिए राहत का कारण बना है। साथ ही, यह कटौती योजना के प्रति लोगों का रुझान बढ़ाने में सहायक सिद्ध हुई है।
यह योजना महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। स्वच्छ ईंधन की उपलब्धता से न केवल महिलाओं का जीवन आसान हुआ है, बल्कि उनके स्वास्थ्य और सामाजिक स्थिति में भी सुधार आया है। घरेलू कार्यों में समय की बचत से वे अपने व्यक्तिगत और व्यावसायिक विकास पर ध्यान दे सकती हैं।
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना का यह विस्तार ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में महिलाओं के जीवन स्तर को ऊपर उठाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। यह न केवल एक कल्याणकारी योजना है, बल्कि सामाजिक परिवर्तन का माध्यम भी है। स्वच्छ ईंधन की पहुंच से घरों में धुएं से मुक्ति मिली है, जो पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी एक सकारात्मक कदम है।
मुफ्त गैस सिलेंडर योजना महिला सशक्तिकरण और सामाजिक न्याय की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। यह योजना न केवल महिलाओं के स्वास्थ्य और समय की बचत करती है, बल्कि उनके समग्र विकास में भी योगदान करती है।